आज भारतीय शेयर बाजार में स्विगी (Swiggy) के शेयरों ने धमाकेदार शुरुआत की। यह आईपीओ (Initial Public Offering) पहले ही निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बन चुका था। लिस्टिंग से पहले इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) और विशेषज्ञों की राय इसे हॉट टॉपिक बना रहे थे। अब जब स्विगी का शेयर बाजार में पदार्पण हो चुका है, तो आइए जानते हैं इसके प्रदर्शन, संभावनाओं और विशेषज्ञों की राय के बारे में।
लिस्टिंग प्रीमियम पर एक नजर
लिस्टिंग से पहले स्विगी के शेयर का GMP ₹110 के आसपास था। यह इश्यू प्राइस से लगभग 20% अधिक प्रीमियम को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना था कि इस प्रीमियम का मुख्य कारण स्विगी की मजबूत ब्रांड वैल्यू और फूड डिलीवरी मार्केट में इसकी मजबूत पकड़ है।
हालांकि, यह देखना होगा कि क्या निवेशकों की उम्मीदें पूरी होंगी या बाजार की चाल इसमें बदलाव ला सकती है।
स्विगी का बिजनेस मॉडल और ग्रोथ
स्विगी भारत की प्रमुख फूड डिलीवरी कंपनियों में से एक है, जिसने बीते कुछ वर्षों में अपनी सेवाओं का व्यापक विस्तार किया है। यह न केवल फूड डिलीवरी बल्कि ग्रॉसरी डिलीवरी और किचन इंफ्रास्ट्रक्चर में भी काम कर रही है।
कंपनी के आईपीओ से जुटाई गई राशि का उपयोग टेक्नोलॉजी अपग्रेड, नए बाजारों में विस्तार और कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा।
विशेषज्ञों की राय
- शॉर्ट-टर्म निवेशक:
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि स्विगी के शेयर शॉर्ट-टर्म में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं। IPO का शानदार रिस्पॉन्स और ग्रे मार्केट में सकारात्मक प्रीमियम इस दावे को मजबूत बनाते हैं। - लॉन्ग-टर्म निवेशक:
लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए यह शेयर बेहतर विकल्प साबित हो सकता है, बशर्ते कंपनी अपने मौजूदा ग्राहकों को बनाए रखने और नए ग्राहकों को जोड़ने में सफल रहे। - जोखिम:
स्विगी का मुख्य प्रतिद्वंद्वी ज़ोमैटो और अन्य फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म हैं। इस क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और ऑपरेटिंग कॉस्ट को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
क्या निवेश करना सही रहेगा?
अगर आप लॉन्ग-टर्म में निवेश करना चाहते हैं, तो स्विगी का शेयर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। वहीं, शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों के लिए पहले कुछ दिन काफी अहम होंगे। विशेषज्ञों का सुझाव है कि शेयर की चाल पर करीब से नजर रखें और अपने जोखिम सहने की क्षमता के अनुसार फैसला लें।
भविष्य की संभावनाएं
स्विगी का आईपीओ भारतीय फिनटेक और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन कंपनियों के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके जरिए भारतीय स्टार्टअप्स के लिए बाजार में संभावनाओं का नया द्वार खुल सकता है।
निष्कर्ष
स्विगी का शेयर बाजार में लिस्ट होना न केवल कंपनी बल्कि निवेशकों के लिए भी एक बड़ा अवसर है। जो निवेशक स्टॉक मार्केट में नई संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए स्विगी का आईपीओ एक आकर्षक विकल्प है।