भगवान श्रीकृष्ण, जिन्हें जगत के पालनहार और कर्मयोगी कहा जाता है, उनके उपदेश जीवन को सच्चे अर्थों में समझने की प्रेरणा देते हैं। उनके वचन जीवन में संतुलन, सच्चाई और प्रेम का संदेश देते हैं। आइए जानें श्रीकृष्ण के कुछ अनमोल वचन और उनके जीवन पाठ।
1. कर्म ही धर्म है
“जो कर्म के बिना जीवन जीना चाहता है, वह अज्ञान के अंधकार में भटकता है।”
भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा कि कर्म करना ही सच्चा धर्म है। बिना कर्म किए जीवन में सफलता और शांति संभव नहीं।
2. प्रेम का महत्व
“प्रीति से बड़ा कोई धर्म नहीं, और प्रेम से बड़ा कोई सत्य नहीं।”
श्रीकृष्ण ने राधा और गोपियों के साथ अपने जीवन से यह सिखाया कि प्रेम निःस्वार्थ होना चाहिए। यह संसार की सबसे बड़ी शक्ति है।
3. संकट में धैर्य रखें
“संकट के समय धैर्य ही व्यक्ति का सबसे बड़ा मित्र होता है।”
जीवन में आने वाले हर संकट का सामना धैर्य और दृढ़ता से करना चाहिए। यही मनुष्य को सच्ची ताकत देता है।
4. सत्य की राह पर चलें
“सत्य हमेशा कठिन होता है, लेकिन यही सही रास्ता है।”
भगवान श्रीकृष्ण ने सिखाया कि सत्य का पालन करना जरूरी है, चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों।
5. अपने मन को नियंत्रित करें
“जो अपने मन को वश में कर लेता है, वह संसार को जीत सकता है।”
मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु उसका अस्थिर मन है। इसे योग और ध्यान के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।
6. लोभ और मोह से बचें
“लोभ और मोह व्यक्ति को अंधकार की ओर ले जाते हैं। इन्हें त्याग कर ही जीवन में सच्चा सुख पाया जा सकता है।”
श्रीकृष्ण ने कहा कि भौतिक चीजों से लगाव व्यक्ति को अपने वास्तविक उद्देश्य से भटका देता है।
7. अपने कर्तव्यों का पालन करें
“जो अपने कर्तव्यों का पालन करता है, वह भगवान के सबसे करीब होता है।”
जीवन में अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाना ही सबसे बड़ा धर्म है।
8. अहंकार का त्याग करें
“अहंकार मनुष्य की सबसे बड़ी कमजोरी है। इसे त्यागकर ही सच्चा ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।”
भगवान श्रीकृष्ण ने कौरवों और पांडवों के बीच युद्ध में यह सिखाया कि अहंकार विनाश का कारण बनता है।
9. क्षमा में शक्ति है
“क्षमा वीरों का गहना है। जो क्षमा कर सकता है, वही सच्चा योद्धा है।”
श्रीकृष्ण ने सिखाया कि जीवन में दूसरों को माफ करना आत्मा को शुद्ध करता है और जीवन को हल्का बनाता है।
10. हर काम भगवान को समर्पित करें
“हर कर्म को भगवान के चरणों में समर्पित करें। यही सच्चा योग है।”
जीवन में हर काम को भगवान के प्रति समर्पित भाव से करने पर जीवन में शांति और संतुष्टि मिलती है।
भगवान श्रीकृष्ण के वचन: जीवन जीने की कला
श्रीकृष्ण के वचन केवल धार्मिक उपदेश नहीं, बल्कि जीवन को समझने और जीने की कला सिखाते हैं। इन वचनों को अपनाकर हम जीवन में सही मार्ग पर चल सकते हैं और आत्मिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।